वाराणसी : कैंट रेलवे स्टेशन को अतिक्रमण मुक्त कराने के लिए देर रात चौकी इंचार्ज रोडवेज़ का पैदल गश्त
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वाराणसी : बाबा काशी विश्वनाथ की नगरी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय क्षेत्र काशी में यूं तो कोई ऐसा क्षेत्र नहीं जहां भीड़ न होती हो, और हो भी क्यूँ न काशी एक धरोहर है जहां सैलानी बारहों माह घूमने आते हैं। काशी की एक और पहचान हैं जिसके चित्र मात्र को देखकर कोई भी बता सकता है की यह कैंट रेलवे स्टेशन है। काशी आने के लिए अधिकतर लोग रेल का ही सहारा लेते हैं लेकिन यहाँ के मुख्य रेलवे स्टेशन कैंट के बाहर रेड़ी-ठेले पर दुकान लगाने वालों ने मानो सारे नियम कानून और डर-भय को ताख पर रख दिया है। कई बार रेलवे और जिला प्रशासन ने कैंट रेलवे स्टेशन के अवैध अतिक्रमण को हटाने का प्रयास किया लेकिन वो असफल रहे।
लेकिन इस बार अतिक्रमणकारीयों को चौकी इंचार्ज रोडवेज़ सुफियान खान ने अतिक्रमणकारी को कुछ अलग ही अंदाज में समझाया और लाउड हेलर से अतिक्रमणकारीयों को समझते हुए कहा की यह वाराणसी है और काशी का प्रथम द्वारा है। यह साफ़ रहेगा और यह मै कराकर ही रहूंगा। इसके लिए मैं दृढ संकल्प लिया हूं। चाहे इसके लिए मुझे अपनी जान ही क्यों न देनी पड़े। मै संकल्प लिया हूं कि भोले बाबा की नगरी को स्वच्छ करूंगा तो करूंगा। चाहे जिस स्तर पर जाना होगा मै जाऊँगा। बेहतर यही होगा कि आप सुधर जाओ। अतिक्रमणकारियों को आगे चेतावनी देते हुए चौकी इंचार्ज द्वारा कहा कि पुलिस से ना उलझो विकास दूबे बनने की ना सोचो।
चौकी इंचार्ज का यह तेवर देखकर अतिक्रमणकारियों में खलबली मच गई जिसके बाद अतिक्रमणकारी अपने समानों को दौड़ते-भागते हटाते हुए दिखे। बता दें की चौकी इंचार्ज रोडवेज़ मंगलवार की देर रात अचानक दल-बल के साथ गश्त पर निकले गए। इस कार्यशैली से प्रभावित राहगीर और यात्री इसकी प्रशंसा करते हुए दिखे।