तालिबान ने लड़कियों के लिए जारी किया पहला फ़तवा, लड़कियां अब नहीं कर सकती ये काम
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जैसा कि आपको पता है कि बीते कुछ दिनों से अफगानिस्तान (Afghanistan) में तालिबान (Taliban) का राज चल रहा है। अफगानिस्तान की स्थिति पर लगभग संपूर्ण देश नजर बनाए बैठा है। अमेरिका द्वारा अपने सैनिकों को वापस बुलाने के बाद ही तालिबान अफगानिस्तान में पैर पसारने में सफल रहा है। तालिबान का राज आने के बाद अफगानिस्तान में लड़कियों को लेकर एक फ़तवा जारी किया गया है। आखिर क्या है इस फतवे में? इस फतवे के बाद क्या बदलाव देखने को मिलेगा? आइए आपको पूरी जानकारी विस्तार से बताते हैं।
लड़का-लड़की नहीं कर सकते एक साथ बैठकर पढ़ाई
दरअसल बीते दिनों तालिबान ने अफगानिस्तान के नागरिकों के लिए एक फतवा जारी किया है। इस फतवे के तहत अब कोई भी लड़की बिना हिजाब के घर से बाहर नहीं निकल सकती। अगर कोई लड़की स्कूल में पढ़ाई करने जाती है तो उनके लिए अलग से सिर्फ लड़कियों की ही एक सेक्शन बनाने का प्रावधान होगा। अब लड़का लड़की एक साथ बैठ कर पढ़ाई नहीं कर सकते। तालिबान ने इस शिक्षा को सरिया के उलट बताया है। इसी तरह अन्य कई नियम कानून भी लागू किए गए हैं। हाँ अगर निजी स्कूल में पढ़ने वालों की संख्या कम हो तो छात्र-छात्राएं एक ही कक्षा में बैठकर पढ़ाई कर सकते हैं। लेकिन उन्हें इस बात का ध्यान रखना होगा कि वह एक दूसरे से दूरी बना कर बैठे हो। लड़का लड़की एक बेंच पर बैठ कर पढ़ाई नहीं कर सकते। ऐसे में लड़कियों को स्कूल में हमेशा हिजाब में रहना होगा अगर कोई लड़की इस कायदे कानून को नहीं मानती है तो उसके ऊपर शरीयत का फतवा नाजिल हो जाएगा।
तालिबान चाहता है शिक्षा का निजीकरण
अफगानिस्तान में पहले सह शिक्षा और अलग-अलग कक्षाओं का एक मिला जुला सिस्टम था। इसके अंतर्गत अलग-अलग कक्षाएं संचालित की जाती थी। अलग-अलग कक्षाओं में लड़के एवं लड़कियां एक साथ बैठ कर पढ़ाई कर सकते थे। तालिबान का शासन आने से पहले अफगानिस्तान में इसी तरह से छात्र-छात्राएं पढ़ाई करते थे। लेकिन अब यह पूर्ण रूप से बदलता दिख रहा है। तालिबान देश में निजीकरण लाना चाहता हैं। शायद इसलिए उन्होंने सरकारी स्कूल के लिए अलग नियम कानून बनाए हैं।