वाराणसी : लापता छात्रा की हत्या के केस में लापरवाही बरतने पर डीसीपी ने 4 पुलिसकर्मीयों को किया निलंबित
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वाराणसी : माधोपुर गांव की झाड़ियों में लंका थानाक्षेत्र के टिकरी निवासी 37 घंटे से लापता छात्रा का अर्धनग्न अवस्था में शव शुक्रवार की शाम को मिला था और उसके मुंह में कपड़ा ठूसा हुआ था। युवती के पिता का आरोप था की वह लंका थाने और रमना चौकी पर बेटी के गुमशुदगी की प्रार्थना पत्र लेकर गया था। जहां से उसे वापस लौटा दिया गया था। पुलिस अगर उनकी गुहार को सुनकर बेटी की तलाश शुरू कर देती तो शायद उसकी बेटी को बचाया जा सकता था।
लड़की के पिता के अनुसार छात्रा 2 सितम्बर को अपने घर टिकरी से अखरी स्थित बीएनएस कालेज के लिए घर से निकली थी। देर शाम तक जब छात्रा घर वापस नहीं लौटी तो परिजनों ने उसे काफी ढूंढा पर वह नहीं मिली। जिसके बाद परिजन लंका थाने गए जहां से उन्हें रमना चौकी जाने को कहा गया, रमना चौकी गए जहाँ से उन्हें कोई मदद नहीं मिली और उन्हें भगा दिया गया। देर शाम शव मिलने के बाद पुलिस ने शिनाख्त करवाई तो पिता ने अपनी बेटी के रूप में शव की शिनाख्त की। पुलिस ने दुष्कर्म के बाद हत्या की जाने की आशंका जताई।
जिसके बाद इस मामले की जांच एसीपी भेलूपुर प्रवीण कुमार को सौंपी गई थी। जिसके बाद DCP काशी जोन अमित कुमार ने पुलिसकर्मियों की लापरवाही सामने आने पर रमना चौकी इंचार्ज अजय प्रताप सिंह, उप निरीक्षक राजेश कुमार गिरी, कांस्टेबल प्रिंस कुमार गौतम और कांस्टेबल दीपक कुमार को पदीय कर्तवयों के प्रति शिथिलता, उदासीनता एवं लापरवाही पाये जाने पर तत्काल प्रभाव से निलंबित करते हुए विभागीय जांच की संस्तुति की है।