योगी मंत्रिमंडल 2.0 : वाराणसी के इन विधायकों को मंत्री पद की कमान, दयाशंकर मिश्र दयालु को भी मिला मौका
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योगी मंत्रिमंडल 2.0 : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को रंगा-रंग समारोह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में 4 बजकर 21 मिनट पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के समक्ष शपथ ली। शपथ समारोह के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और कई केंद्रीय मंत्री मौजूद रहें। उनके शपथ लेने के बाद योगी मंत्रिमंडल 2.0 के कैबिनेट, स्वतंत्र प्रभार और राज्य मंत्री ने शपथ ली। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के अनिल राजभर, रविंद्र जायसवाल और दयाशंकर मिश्र दयालु को योगी मंत्रिमंडल 2.0 में शामिल किया।
अनिल राजभर : वाराणसी की 386 शिवपुर विधानसभा के विधायक अनिल राजभर को एक बार फिर योगी मंत्रिमंडल 2.0 में मंत्री पद दिया गया है। अनिल राजभर को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। यूपी के 17वीं विधानसभा चुनाव में अनिल राजभर पहली बार विधायक बने थे। अनिल राजभर को पहले राजमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सैनिक कल्याण, खाद्य प्रसंस्करण होमगार्डस् प्रांतीय रक्षक दल एवं नागरिक सुरक्षा विभाग मिला था। जिसके बाद मई 2019 में योगी के कैबिनेट में उन्हें पिछड़ा वर्ग कल्याण और दिव्यांग जन मंत्रालय मिला था।
रविंद्र जायसवाल : वाराणसी की 388 उत्तरी विधानसभा के विधायक रविंद्र जायसवाल ने 2022 के चुनाव में भी विजय पताका फहराया है। साल 2019 में स्टांम्प एवं पंजीयन मंत्री स्वतंत्र प्रभार बनाये गए रविंद्र जायसवाल को एक बार फिर योगी मंत्रिमंडल 2.0 में भी मंत्री पद दिया गया है। रविंद्र जायसवाल पेशे से वकील और बिजनेसमैन हैं। उनका एक कालेज भी चलता है। बाबरी मस्जिद विध्वंस के समय कार सेवा में लगे रविंद्र जायसवाल जेल भी जा चुके हैं।
दयाशंकर मिश्र दयालु : बनारस के डीएवी इण्टर कालजे के प्रधानचार्य हैं और पूर्वांचल विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष भी रहे दयाशंकर मिश्र दयालु को योगी मंत्रिमंडल 2.0 में शामिल किया गया है। युवाओं में अपनी अलग पहचान रखने वाले तत्परता से किसी की भी समस्या का समाधान करने वाले काशी के मध्यमेश्वर के रहने वाले अध्यापक डॉ दयाशंकर मिश्र दयालु साल 2007 और 2012 में कांग्रेस के टिकट पर वाराणसी की शहर दक्षिणी सीट से चुनाव लड़ने वाले दयाशंकर मिश्र दयालु बहुत कम अंतरों से भाजपा प्रत्याशी श्यामदेव राय चौधरी से हार गए थे। इसके बाद साल 2014 लोकसभा चुनाव के प्रचार के दौरान वाराणसी पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उन्हें रथयात्रा स्थित भाजपा के केंद्रीय कार्यालय में भाजपा की सदस्य्ता दिलाई थी। योगी सरकार ने दयाशंकर मिश्र को उनके व्यहवहार और जनता के बीच प्रभाव को देखते हुए पूर्वांचल विकास बोर्ड का उपाध्यक्ष नियुक्त किया जिसका का कार्य वो बखूबी निभा रहे हैं। दयाशंकर मिश्र दयालु गुरु के नाम से प्रसिद्द हैं।