काँग्रेस नेता उदित राज के संगठन ने किया ब्राह्मणों और न्यायपालिका का अपमान, अधिवक्ता ने उठाई आवाज
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अखिल भारतीय परिसंघ ने शुक्रवार - 10 जुलाई, 2020 को ब्राह्मणों की भावनाओं को आहत करने एक विवादित बयान दिया था। जिसमें ब्राह्मणो के खिलाफ घृणित टिप्पणी करते हुए ब्राह्मणों की तुलना जनेऊधारी सूअर से की थी और देश की न्यायपालिका के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणी टिवीटर पर की थी। जिसके बाद इस मामले ने अब तूल पकड़ ली है, देश भर में इसका कड़ा विरोध हो रहा है और मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की जा रही है। वहीं जनपद वाराणसी के अधिवक्ता शशांक शेखर त्रिपाठी ने इस ट्वीट को ब्राह्मणों की भावनाओं को आहत करने वाला बताया और माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक वाराणसी एवं थानाध्यक्ष कैंट को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर अखिल भारतीय परिसंघ के संचालक उदित राज के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने का आहवाहन किया।
ब्राह्मणों के खिलाफ अपने इस ट्वीट में अखिल भारतीय परिसंघ ने सूअर की एक तस्वीर पोस्ट की है। जिसमें सुअर को चंदन का टीका लगा है और जनेऊ भी पहनाया गया है। भारतीय न्यायालय के ऊपर टिप्पणी करते हुए कहा गया है की ब्राह्मण न्यायाधीश केवल अपने समुदाय के लोगों की सिफारिश करते है और ब्राह्मणवाद करते हैं। अखिल भारतीय परिसंघ संगठन का संचालन काँग्रेस नेता उदित राज करते है। यह संस्था खुद को देश के दलितों का प्रतिनिधि कहती है।