वाराणसी : पत्रकारों के साथ हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ पत्रकारों ने शास्त्री घाट पर किया उपवास
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वाराणसी : देश में जगह-जगह पत्रकारों के उत्पीड़न की घंटनाएँ लगातार सामने आ रही हैं। बीते कुछ दिनों में पत्रकारों के उत्पीड़न के मामलों में तेज़ी आयी है। देशभर में पत्रकारों के खिलाफ हो रहे एफआईआर और अत्याचार से आहत होकर शनिवार को शास्त्री घाट पर काशी के विभिन्न संगठनों से जुड़े पत्रकारों ने सामूहिक उपवास करते हुए विरोध कर रोष प्रकट किया।
इस एकदिवसीय उपवास में अखिल भारतीय प्रेस काउन्सिल के सदस्य अशोक कुमार नवरत्न भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि पत्रकारों के साथ जो किया जा रहा है वह सही नहीं हो रहा है। हमें एकजुट होना पड़ेगा। हम एक साथ होंगे तो सभी पत्रकार भाइयों को मज़बूती मिलेगी। सभी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से पत्रकारों का उत्पीड़न देश भर में बंद किया जाए और उनपर किये गए मुकदमें भी वापस लेने की मांग करी।
गौरतलब है कि देशभर में केंद्र सरकार और प्रदेश की सरकारों द्वारा पत्रकारों के ऊपर देशद्रोह और अन्य संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज कर शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दी जा रही है, पत्रकार अब शासन के निशाने पर हैं। जिसके विरोध में आज यह उपवास का कार्यक्रम रखा गया था।
इस उपवास में काशी पत्रकार संघ के अध्यक्ष राजनाथ तिवारी, महामंत्री मनोज श्रीवास्तव, उत्तर प्रदेश जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष विनोद कुमार बागी, डॉ अरविंद सिंह, ऑल इंडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ राज कुमार सिंह प्रमुख रूप से मौजूद रहे। इसके अलावा प्रदर्शन में प्रमुख रूप से वरिष्ठ पत्रकार प्रदीप कुमार, सुभाष सिंह, ए0के0लारी, रमेश राय, सुशील श्रीवास्तव, नागेंद्र पाठक, सुरेश प्रताप, जितेंद्र श्रीवास्तव, पुरुषोत्तम चतुर्वेदी, आलोक श्रीवास्तव, मुन्नालाल साहनी, मनीष चौरसिया, ध्यान चंद शर्मा, प्रमोद कुमार, मनोज सिंह, अमित पांडेय, योगेश सिंह आदि दर्जनों पत्रकार व छायाकार उपस्थित थे।