कौन है हिस्ट्रीशीटर विकास दूबे, जिसे पकड़ने गई पुलिस टीम पर चली गोली और गई 8 पुलिस जवानों की जान
AAKASH TIWARI 03/07/2020 24
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उत्तर प्रदेश : कानपुर में गुरुवार रात चौबेपुर थाना इलाके के एक गांव में हिस्ट्री शीटर विकास दुबे को पकड़ने गई पुलिस टीम पर बदमाशों ने छत से हमला कर दिया और फरार हो गए जिसमें उन सब के साथ उनका लीडर विकास दुबे भी फरार है। कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या को अंजाम देने वाले विकास दुबे ने अपने काले कारोबार को कानपुर देहात से लेकर इलाहाबाद व गोरखपुर तक फैला रखा था।
कोरोबारीयों तथा व्यापारीयों से जबरन वसूली के लिए कुख्यात विकास दुबे पूर्व प्रधान, जिला पंचायत सदस्य तथा अध्यक्ष भी रहा है। अपने गैंग में कई युवाओं की फौज तैयार कर ये लूट, डकैती, हत्या जैसे संगीन अपराध करता था। यही नहीं चुनावों में अपने आतंक व दहशत के बलबूते किसी को भी जीत दिलाना भी उसका पेशा था।
* वर्ष 2001 में प्रदेश की भाजपा सरकार में दर्जाप्राप्त राज्यमंत्री संतोष शुक्ला को पुरानी रंजिश के चलते 11 नवंबर 2001 को कानपुर के थाना शिवली के गोली मारकर हत्या कर दी थी। जिसमें पुलिस ने इसे गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन साक्ष्यों के अभाव और गवाहों के मुकर जाने से विकास दुबे पर आरोप सिद्ध नहीं हो सका और अदालत ने उसे बरी कर दिया था।
* कानपुर में वर्ष 2000 में कानपुर के शिवली थानाक्षेत्र स्थित ताराचंद इंटर कॉलेज के एक रिटायर्ड सहायक प्रबंधक सिद्धेश्वर पांडेय हत्याकांड में इसको उम्र कैद की सजा हुई थी और कुछ दिनों बाद वह जमानत पर बाहर आ गया था। जिसमें एसटीएम ने इसे लखनऊ से गिरफ्तार किया था और उसी वर्ष रामबाबू यादव की हत्या में जेल के भीतर रहकर साजिश रचने का आरोप भी इसपर लगा था।
यूपी के विभिन्न जनपदों में विकास दुबे के खिलाफ 52 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं और तो और इसके ऊपर 25 हजार का इनाम भी घोषित है।
बता दें की सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराधियो क ऊपर सख्त कार्यवाही के आदेश दिए हैं और यूपी के सभी बॉर्डर सील कर दिए गए हैं।
